CBSE ने लगाई नई डिमांड: बोर्ड रिजल्ट के लिए 75% हाज़िरी और आंतरिक मूल्यांकन ज़रूरी!

CBSE New Rules 2025
CBSE New Rules 2025

नई दिल्ली/कोलकाता: CBSE ने सोमवार को एक अहम नोटिस जारी किया है जिसमें कहा गया है कि बोर्ड परीक्षा परिणाम घोषित करने के लिए आंतरिक मूल्यांकन (internal assessment) अनिवार्य है — और इसके बिना छात्र का रिजल्ट नहीं आएगा। साथ ही, छात्रों को स्कूल में कम से कम 75% हाज़िरी सुनिश्चित करनी होगी।

क्या है पूरा मामला?

  • सीबीएसई ने स्पष्ट किया है कि आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा का एक compulsory part है। अगर छात्र नियमित नहीं आएँगे, तो ये आकलन संभव नहीं होगा।

  • नोटिस में कहा गया है कि अगर किसी छात्र के आंतरिक मूल्यांकन का रिकॉर्ड नहीं होगा, तो उसका बोर्ड का परिणाम घोषित नहीं किया जाएगा।

  • 75% उपस्थिति को पहले ही एक अलग सर्कुलर के जरिए अगस्त में स्कूलों को भेजा गया था, और अब इसे ज़्यादा ज़ोर दिया गया है।

कौन होगा प्रभावित?

  • जो छात्र आंतरिक मूल्यांकन पूरा नहीं कर पाएँ, उन्हें “Essential Repeat Category” में रखा जाएगा।

  • Essential Repeat Category उन छात्रों के लिए है जो बोर्ड की परीक्षाएँ पास नहीं कर पाएँ और कम्पार्टमेंट परीक्षा (compartment exam) के लिए योग्य नहीं हैं।

  • उदाहरण के लिए, यदि किसी ने कक्षा X में पाँच विषयों में से दो से ज़्यादा विषयों में फेल किया है, या कक्षा XII में पाँच विषयों में से एक से ज़्यादा विषयों में फेल हुआ है, तो वो कम्पार्टमेंट की परीक्षा नहीं दे पाएँगे और अगले साल बोर्ड परीक्षा में ही शामिल हो पाएँगे।

क्यों ये बदलाव?

  • सीबीएसई का कहना है कि NEP-2020 के मुताबिक continuous evaluation (लगातार मूल्यांकन) ज़रूरी है — आंतरिक मूल्यांकन पूरी कक्षा अवधि (दो वर्षों की अवधि) में किया जाना चाहिए।

  • स्कूलों को यह सुनिश्चित करना होगा कि छात्र नियमित रूप से स्कूल आयें, आंतरिक परीक्षाएँ दें और साल भर में निरंतर प्रदर्शन करें।

  • जैसे कि South Point High School के प्रिंसिपल जयदेव घोष ने कहा है, अगर छात्र नियमित नहीं होगा, तो बोर्ड परीक्षा से पहले आन्तरिक मूल्यांकन कैसे हो पाएगा?

  • कई स्कूलों में यह देखा गया है कि final term परीक्षा में केवल एक परीक्षा के अंक नहीं, बल्कि पूरे वर्ष भर की टेस्टों, प्रोजेक्ट्स व अन्य गतिविधियों के अंक शामिल होते हैं।

निष्कर्ष

इस नए नियम का मकसद छात्रों को स्कूल आने का incentivo देना है, उनकी पढ़ाई-लिखाई में निरंतरता होना चाहिए और बोर्ड परीक्षा के लिए तैयार होना चाहिए। जो छात्र इस नियम का पालन नहीं करेंगे, उन्हें या तो परिणाम घोषित नहीं होगा, या उन्हें “Esssential Repeat Category” में जाना होगा और अगली बार पूरी तैयारी के साथ परीक्षा देनी होगी।

अगर आप छात्र हों या आपके बच्चे हो, तो यह ज़रूरी है कि आप अपनी उपस्थिति और आंतरिक गतिविधियों पर ध्यान दें। इससे बोर्ड परीक्षा में भाग लेने के लिए सभी आवश्यक शर्तें पूरी होंगी।

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